लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास लेखक : राजगुरू द. आगरकर अनुवाद : आ. चारुमति रामदास
अब मुझे भी ऑफिस में देखना था कि आज क्या काम करना है ? कौन इस बात को लम्बे समय तक ढोए। अब मुझे भी ऑफिस में देखना था कि आज क्या काम करना है ? कौन इस बात को लम्बे समय तक...
कहें की कोरोना से इस लड़ाई में हम सब देशवासी एक साथ हैं। बाक़ी लोंग लिव रेवोलूशन। कहें की कोरोना से इस लड़ाई में हम सब देशवासी एक साथ हैं। बाक़ी लोंग लिव रेवोलूशन...
अपनी बीमारी स्वयं तक रखिये, स्वयं से आइसोलेट हो जाइये राष्ट्र के लिए अपने परिवार के लि अपनी बीमारी स्वयं तक रखिये, स्वयं से आइसोलेट हो जाइये राष्ट्र के लिए अपने परिवार...
इतना ही कहना चाहती हूँ ''मानव आज मानव से कहता, मानवता का धर्म निभा लो... इतना ही कहना चाहती हूँ ''मानव आज मानव से कहता, मानवता का धर्म निभा लो...
नियोजित ढंग से योजनाओं का कार्यान्वयन कर देश के लिए सफलता का मार्ग प्रशस्त करें। नियोजित ढंग से योजनाओं का कार्यान्वयन कर देश के लिए सफलता का मार्ग प्रशस्त करें।